भारत और चीन के बीच 12वें दौर की बातचीत के बाद पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में गोगरा से दोनों देश के सैनिक डिसइंगेज हो गए हैं यानी पीछे हट गए हैं। सरकार ने कहा है कि इस क्षेत्र में बनाए गए अस्थायी ढाँचे ढहा दिए गए हैं।
पूर्वी लद्दाख के देमचोक में चारडिंग नाला के भारतीय हिस्से में चीनियों ने तंबू लगा लिए हैं। वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के हवाले से एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। यह वही देमचोक गाँव है जहाँ चीन ने क़रीब 20 दिन पहले अपने सैनिक भेजे थे।
चीन ने सैन्य इरादों से किये जा रहे ढाँचागत निर्माण का सवाल खड़ा कर पूरे विवाद को नया मोड़ देने की कोशिश की है। चीन ने साफ़ कहा है कि दोनों देशों के बीच जो मौजूदा सैन्य तनाव चल रहा है उसकी जड़ में भारत द्वारा ढाँचागत निर्माण ही वजह है।
पूर्वी लद्दाख के सीमांत इलाक़ों में बीते 5 मई से चल रही सैन्य तनातनी दूर करने के लिये सोमवार को दोनों पक्षों के सैन्य और राजनयिक प्रतिनिधियों की हुई छठी बैठक के बाद जारी साझा बयान उम्मीदें पैदा करता है।
लद्दाख में झड़प के बाद चीन गलवान घाटी से हटा है। इसके बाद ही भारत चीन कमांडरों की बैठक का यह फ़ैसला हुआ। हालाँकि चीन की अभी भी आसपास क्षेत्रों में मौजूदगी है।