भारत ने अफगानिस्तान की तालिबान सरकार को चाबहार पोर्ट से कारोबार की पेशकश की है। विदेश मंत्रालय में पाकिस्तान-अफगानिस्तान-ईरान डिवीजन के संयुक्त सचिव जेपी सिंह के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने 4-5 नवंबर को काबुल का दौरा किया। जहां उन्होंने तालिबान सरकार के मंत्री मुल्ला मोहम्मद याकूब से भी मुलाकात की।
अफ़ग़ानिस्तान की सत्ता में आने के बाद क्या तालिबान से भारत राजनयिक संबंध स्थापित शुरू करना चाहती है? क्या इसी दिशा में एक क़दम के तौर पर भारतीय अधिकारी तालिबान से मिले हैं?
अफ़ग़ानिस्तान पर भारत की विदेश नीति क्या है? शांघाई सहयोग संगठन की शिखर बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफ़ग़ानिस्तान में सर्वसमावेशी सरकार और आतंक-मुक्ति की बात पर जोर दिया। लेकिन इसमें नया क्या है?