आरएसएस ने अनायास ही तमाम किन्तु-परन्तु के साथ जाति जनगणना का समर्थन नहीं किया है। उसके पीछे नेता विपक्ष राहुल गांधी का दबाव है। हकीकत यह है कि आरएसएस और भाजपा आज अगर सबसे ज्यादा किसी से परेशान हैं तो वो हैं राहुल गांधी। दलितों और आदिवासियों को अपनी साम्प्रदायिक कहानियां सुनाकर आरएसएस ने जिस तरह उन्हें प्रदूषित किया था, उसका मुकाबला राहुल गांधी ने किया। दलित-आदिवासी राहुल की बात को समझ रहे हैं। संघ इसीलिए जाति जनगणना पर उछलकूद कर रहा है। राजनीतिक विश्लेषक रविकान्त को पढ़िएः