क्या छत्तीसगढ़ के बस्तर इलाक़े में केंद्रीय सुरक्षा बलों के लोग माओवादियों के बिछाए जाल में फँस गए या उनके पास सही जानकारी नहीं थी? क्या तमाम सख़्तियों और ऑपरेशन्स के बावजूद माओवादी अपने गढ़ में अभी भी मजबूत स्थिति में हैं?
छत्तीसगढ़ के बस्तर इलाक़े में शनिवार को माओवादियों और केंद्रीय सुरक्षा बलों के बीच हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों के पाँच जवान मारे गए। कई माओवादी भी मारे गए हैं, पर उनकी संख्या का पता नहीं चला है। बस्तर के बीजापुर ज़िले के तारेम इलाके में यह मुठभेड़ हुई है।
छत्तीसगढ़ के बस्तर में हमले में बीजेपी विधायक भीमा मंडावी की मौत के बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति गरमा गयी है। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने घटना के लिए कांग्रेस सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया है।
छत्तीसगढ़ के बस्तर ज़िले में एक विस्फोट में भारतीय जनता पार्टी के विधायक और सुरक्षा बलों के पाँच जवान मारे गए हैं। समझा जाता है कि यह हमला माओवादियों ने किया है।