गुजरात की विजय रुपाणी सरकार पर आरोप लगा है कि यह अपने डॉक्टरों को पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट, एन 65 मास्क और सामान्य कारगर ग्लव्स तक नहीं दे रही है।
गुजरात के अहमदाबाद के सिविल हॉस्पिटल में धर्म के आधार पर कोरोना वार्ड बनाने की ख़बर आने के बाद लगता है कि अब इस मामले में लीपापोती का प्रयास शुरू हो गया है।
कोरोना वायरस धर्म देखकर तो लोगों को संक्रमित नहीं कर रहा है, लेकिन गुजरात के अहमदाबाद के सिविल हॉस्पिटल में धर्म के आधार पर कोरोना वार्ड ज़रूर बना दिये गये हैं। यानी हिंदू के लिए अलग वार्ड और मुसलिम के लिए अलग। यह कैसा आदेश है?