बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने बुधवार को फिर से सीएम की कुर्सी संभालने के बाद जो बयान दिया है, वो एक तरह से बीजेपी को सीधे चुनौती है। मात्र इस बयान से नीतीश कुमार ने खुद को विपक्ष के संभावित पीएम प्रत्याशी के रूप में स्थापित कर लिया है। उनके बयान को 'बिटवीन द लाइन्स' पढ़ा जाना चाहिए। नीतीश ने सवाल किया है कि जो 2014 में सत्ता में आए थे, क्या वे 2024 में भी जीतेंगे? लेकिन इसी के साथ नीतीश ने यह बयान भी दिया कि वो पीएम पद की रेस में नहीं हैं। लेकिन उनका यही बयान बता रहा है कि उनकी नजर वहां है।
नीतीश की बीजेपी को सीधी चुनौती के निहितार्थ, आसान नहीं PM प्रत्याशी बनना
- राजनीति
- |
- |
- 29 Mar, 2025

देश का राजनीतिक परिदृश्य इतनी तेजी से बदलेगा, इसका अंदाजा बीजेपी को भी नहीं था। नीतीश ने बुधवार को बीजेपी को खुली चुनौती दे दी कि 2024 में जीत कर दिखाओ? नीतीश के इस बयान के बहुत गहरे अर्थ हैं। इसी के साथ नीतीश ने खुद को विपक्ष के संभावित पीएम प्रत्याशी के रूप में स्थापित कर लिया है। हालांकि उन्होंने खुद इसका खंडन भी किया है। नीतीश के बयान और राजनीतिक परिस्थितियों का विश्लेषण पढ़िए सत्य हिन्दी पर।