हिन्दू संगठन राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की जयपुर में उनके ही घर में मंगलवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना के विरोध में बुधवार को राजस्थान बंद का आह्वान किया गया है। घटना राजनीतिक रूप ले चुकी है। भाजपा नेताओं ने अशोक गहलो सरकार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। राजस्थान के कई शहरों में बुधलवार को दुकानें बंद हैं और प्रदर्शन हो रहे हैं। घटना मंगलवार को तब सामने आई जब कथित तौर पर रोहित गोदारा गिरोह से जुड़े तीन हमलावर एक बैठक की आड़ में श्याम नगर इलाके में गोगामेडी के आवास में घुस आए और उन पर गोलियां बरसा दीं।
रिपोर्टों के मुताबिक, हमलावरों ने पहले गोगामेडी के साथ कुछ बातचीत की, फिर गोलियां चला दीं। उनकी सुरक्षा में तैनात सुरक्षा गार्डों ने जवाबी कार्रवाई की। सीसीटीवी में कैद हुई रोंगटे खड़े कर देने वाली यह घटना, हमलावरों को गोगामेड़ी पर अंधाधुंध गोलीबारी करते हुए दिखाती है। घटना के दौरान एक हमलावर भी मारा गया, जबकि दो भागने में सफल रहे।
तनाव बढ़ने पर गोगामेड़ी के समर्थकों ने बुधवार को 'जयपुर बंद' का आह्वान किया। शीघ्र कार्रवाई नहीं करने पर राज्यव्यापी बंद की धमकी दी। लेकिन बंद का असर जयपुर के अलावा अजमेर और आसपास के इलाकों में दिखाई दे रहा है। विभिन्न जिलों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं और कांग्रेस और भाजपा सहित राजनीतिक नेताओं ने इस कृत्य की निंदा की है। हालांकि भाजपा नेताओं ने इसके लिए गहलोत सरकार की कानून व्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया।
वरिष्ठ भाजपा नेता और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या पर दुख व्यक्त किया है। राजे ने अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, "भगवान उनकी आत्मा को शांति दे और शोक संतप्त परिवार को यह दुख सहने की शक्ति मिले।"
नवनिर्वाचित बीजेपी विधायक दीया कुमारी ने गोगामेड़ी की हत्या पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, 'मेरे पास इसकी निंदा करने के लिए शब्द नहीं हैं।' उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस सरकार सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की सुरक्षा बढ़ाने के अनुरोध को पूरा करने में विफल रही है। भाजपा विधायक ने संभावित खतरों का सामना करने वाले नेताओं को प्रदान की गई सुरक्षा व्यवस्था की पर्याप्तता पर सवाल उठाया है।
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