कांग्रेस के ख़िलाफ़ लगातार हमलावर रूख़ अपना रहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर उसे निशाने पर लिया है। तीन दिन के गोवा दौरे पर पहुंचीं ममता ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिर्फ़ इसलिए ताक़तवर होते जा रहे हैं क्योंकि कांग्रेस राजनीति को लेकर गंभीर नहीं है।
गोवा में टीएमसी के एक कार्यक्रम में मौजूद कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ममता ने कहा कि कांग्रेस फ़ैसले नहीं ले पा रही है और इसका खामियाजा देश भुगत रहा है।
टीएमसी के विस्तार पर नज़र
ममता बनर्जी का पूरा ध्यान इन दिनों बंगाल से बाहर टीएमसी का विस्तार करने में है। टीएमसी गोवा के चुनाव मैदान में उतर रही है। कुछ महीने पहले दिल्ली आकर सोनिया व राहुल गांधी से मिलकर एंटी बीजेपी फ्रंट बनाने की बात कहने वालीं ममता दीदी इन दिनों कांग्रेस को ही निशाने पर ले रही हैं।
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ममता ने कहा कि बीजेपी के ख़िलाफ़ लड़ने के बजाए कांग्रेस ने मेरे राज्य में मेरे ही ख़िलाफ़ चुनाव लड़ा। उन्होंने कहा कि वह चाहती हैं कि क्षेत्रीय पार्टियां मज़बूत हों और भारत का संघीय ढांचा भी मज़बूत हो।
गोवा में चार महीने के भीतर विधानसभा के चुनाव होने हैं। इस छोटे से राज्य में हालांकि टीएमसी का कोई आधार नहीं है लेकिन ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल से बाहर गोवा के अलावा त्रिपुरा, असम और उत्तर प्रदेश में भी चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं।
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प्रशांत किशोर का हमला
पश्चिम बंगाल के चुनाव में ममता के लिए काम करने वाले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर उर्फ पीके ने भी कुछ दिन पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला बोला था। पीके ने कहा था, “बीजेपी कई दशकों तक कहीं नहीं जाने वाली और यहीं पर शायद राहुल गांधी के साथ परेशानी है कि वह यह सोचते हैं कि यह बस वक़्त भर की बात है और कुछ समय बाद लोग प्रधानमंत्री मोदी को हटा देंगे। लेकिन ऐसा नहीं होने जा रहा है।”
कांग्रेस नेताओं को तोड़ रहीं ममता
ममता लगातार कांग्रेस के नेताओं को तोड़ रही हैं। गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुईजिन्हो फलेरो के अलावा महिला कांग्रेस की अध्यक्ष रहीं सुष्मिता देव और उत्तर प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष रहे ललितेश पति त्रिपाठी भी कांग्रेस छोड़कर टीएमसी में शामिल हो गए हैं। इस तरह की ख़बरें भी आम हैं कि कांग्रेस नेताओं के पार्टी छोड़कर टीएमसी में जाने में प्रशांत किशोर का हाथ है।
कांग्रेस ने कहा है कि टीएमसी इस बात पर आत्ममंथन करे कि वह गोवा में चुनाव लड़कर बीजेपी को ही मज़बूत कर रही है। कांग्रेस ने तंज कसा है कि चुनाव कोई पर्यटन या सैर-सपाटा नहीं है।
कमज़ोर होगी विपक्षी एकता
ऐसा भी नहीं है कि ममता गोवा में चुनाव लड़कर कोई करिश्मा कर देंगी। वहां मुश्किल से दो-चार सीटें भी जीतना उनके लिए मुश्किल होगा लेकिन एक बात तय है कि जिन राज्यों में कांग्रेस बीजेपी के सीधे मुक़ाबले में है, उन राज्यों के चुनाव में उतरकर वह कांग्रेस के साथ ही विपक्षी एकता को भी कमज़ोर कर रही हैं।
कांग्रेस को पीछे धकेलने की ख़्वाहिश
ममता बनर्जी की ख़्वाहिश 2024 के आम चुनाव तक टीएमसी को कांग्रेस की जगह पर मुख्य विपक्षी दल बनाने की है और इसके लिए वह जी-जान से जुटी हुई हैं। लेकिन ऐसा करना लगभग असंभव होगा क्योंकि कांग्रेस भले ही गई-गुजरी हालत में हो लेकिन उसके पास देश भर में संगठन है।
कांग्रेस के नेताओं को टीएमसी में शामिल कर और कांग्रेस पर ही हमला कर, ममता बनर्जी निश्चित रूप से विपक्षी एकता को कमज़ोर कर रही हैं और इसका भरपूर फ़ायदा बीजेपी को मिलेगा।
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