यूपी में कैराना विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी बड़ा फेरबदल कर सकती है। उसने नाहिद हसन की बहन इकरा को सपा टिकट पर कैराना से लड़ाने की तैयारी की है। नाहिद हसन को गैंगस्टर एक्ट में गिरफ्तार कर लिया गया है। उसी की वजह से यह फेरबदल हो सकता है।अदालत से समन जारी होने पर नाहिद हसन कल अदालत में सरेंडर करने गए थे लेकिन इसी दौरान पुलिस ने उन्हें गैंगस्टर के पुराने मामले में गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद कोर्ट ने नाहिद हसन को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
नाहिद हसन और उनकी मां तबस्सुम हसन समेत 40 लोगों पर पिछले साल यह केस दर्ज किया गया था। गिरफ्तारी के बाद नाहिद पर गैंगस्टर एक्ट लगाया गया था। इन हालात में नाहिद हसन का चुनाव लड़ना अधर में लटक सकता है। इसीलिए सपा ने फौरन प्रत्याशी बदलने पर विचार शुरू कर दिया है। लेकिन कैराना में चूंकि नाहिद हसन ही सपा के जिताऊ प्रत्याशी माने जाते हैं, इसलिए सपा नेतृत्व उनकी बहन इकरा को टिकट दे सकता है। हालांकि इकरा के लिए बुढ़ाना सीट से टिकट की मांग परिवार ने पहले ही कर रखी थी लेकिन बुढ़ाना से सपा किसी और को ला रही है। इसलिए इकरा को बुढ़ाना सीट के लिए मना कर दिया गया। बहरहाल, नाहिद की गिरफ्तारी से अब इकरा के विधानसभा में जाने का रास्ता साफ हो सकता है।
इस बीच, सपा नेता प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने आज एक ट्वीट में कहा कि बीजेपी के तमाम नेताओं पर केस दर्ज हैं। लेकिन किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। लेकिन सपा नेताओं की गिरफ्तारी सरकार की स्थिति को बताता है। रामगोपाल यादव ने कुछ बीजेपी नेताओं के संबंध में दस्तावेज जारी करते हुए लिखा है - सबको याद है कि एक केंद्रीय मंत्री दिल्ली की एक सभा में नारे लगा रहा था" गोली मारो सालों को" और यूपी के स्टूल मंत्री को काम दिया गया है समाजवादी पार्टी को गाली देने का। इनका असली चेहरा देखिए इनके आपराधिक इतिहास से और तय कीजिए कि अपराधी कौन है?
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी कल नाहिद हसन की गिरफ्तारी की निन्दा की थी। अखिलेश ने कल कहा था कि बीजेपी सौ फीसदी हताश हो चुकी है। इसलिए वो इस तरह की हरकतें कर रही है। अखिलेश ने कहा कि योगी सरकार की इस दमन की कार्रवाई को जनता जवाब जरूर देगी।
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