प्रधानमंत्री मोदी पर लगातार हमलावर रहे शत्रुघ्न सिन्हा ने अब उनकी तारीफ़ में कसीदे क्यों पढ़े हैं? लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए सिन्हा ने प्रधानमंत्री के 15 अगस्त को लाल क़िले से दिए गए भाषण को साहसी और उत्तेजक विचारों वाला क़रार दिया। पूर्व बीजेपी नेता ने प्रधानमंत्री के भाषण को देश की प्रमुख समस्याओं को समाधान करने की दिशा में शानदार बताया है। ऐसे में सवाल यह है कि चुनाव से पहले क़रीब-क़रीब हर मुद्दे पर मोदी की खिंचाई करने वाले शत्रुघ्न सिन्हा का हृदय परिवर्तन कैसे हो गया? क्या यह सामान्य बात है? राजनीति में ऐसे अनपेक्षित बयान कम से कम यूँ ही तो नहीं दिए जाते हैं। तो क्या शत्रुघ्न सिन्हा अब कांग्रेस को छोड़कर फिर से बीजेपी में शामिल होना चाहते हैं?