लोकसभा चुनाव 2024 के बीच, इंडिया गठबंधन रविवार को रांची में "न्याय उलगुलान" रैली आयोजित कर रहा है। रैली में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना शामिल हो रही हैं। अन्य शीर्ष विपक्षी नेता जैसे आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव भी रविवार को रैली में भाग लेंगे।
तानाशाही सरकार के ख़िलाफ़ एकजुट INDIA Alliance💪🇮🇳
— AAP (@AamAadmiParty) April 21, 2024
Punjab CM @BhagwantMann जी, MP @SanjayAzadSln जी व @KejriwalSunita जी India Alliance की महारैली में शामिल होने Jharkhand पहुँचे।#UlgulanNyayMahaRally pic.twitter.com/doHnr5vMyv
उलगुलान रैली नाम क्यों रखा गया
विपक्ष ने इस उलगुलान को केंद्र से भाजपा शासन को उखाड़ फेंकने के लिए इस रैली का नाम बिरसा मुंडा के आंदोलन से जोड़ दिया है। झारखंड और बिहार के आदिवासी क्षेत्रों में बिरसा मुंडा को भगवान तक माना जाता है। हालांकि बिरसा मुंडा वहां के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी थे।

हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने पार्टी के सभी सदस्यों से रैली में बड़ी संख्या में भाग लेने का आग्रह किया है और गठबंधन को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पंजाब के सीएम भगवंत मान और आप नेता संजय सिंह भी 'न्याय उलगुलान रैली' में शामिल होंगे।
झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि इंडिया की 'उलगुलान न्याय रैली' के दौरान केंद्र सरकार के "तानाशाही" दृष्टिकोण को उजागर किया जाएगा। सीएम ने कहा कि उन्हें जनता का जनादेश हेमंत सोरेन के नाम पर मिला है। उन्होंने आरोप लगाया, "लेकिन, उनकी सरकार को शुरू से ही अस्थिर करने की कोशिश की गई और आखिरकार उन्हें जेल भेज दिया गया। दिल्ली के लोगों ने भी ऐसी ही स्थिति का अनुभव किया।"
शिव सिना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भाजपा पर विपक्षी नेताओं को चुप कराने की कोशिश करने का आरोप लगाया और कहा कि सत्तारूढ़ दल की बढ़ती निरंकुशता में विपक्षी नेता एकसाथ हैं। आम चुनाव 2024 के चौथे चरण में झारखंड की 14 लोकसभा सीटों के लिए चुनाव अभी बाकी है। झारखंड में चौथे, पांचवें, छठे और सातवें चरण में मतदान होगा। 2019 के आम चुनाव में भाजपा ने अकेले 11 सीटें झारखंड में जीती थीं।
अपनी राय बतायें