प्रधानमंत्री मोदी आज शनिवार को राजस्थान के गुर्जर बहुल इलाके में जा रहे हैं। हालांकि बीजेपी का कहना है कि इसका राजनीति से लेना-देना नहीं है। वो तो मंदिर में आ रहे हैं। लेकिन जिस तरह से गुर्जर नेता विजय बैंसला पीएम की यात्रा को लेकर सक्रिय हैं, उससे हालात को समझा जा सकता है। राजस्थान में इसी साल चुनाव होने वाले हैं तो यात्रा के मकसद का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।
एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक पीएम मोदी भगवान देव नारायण की 1111वीं जयंती पर शनिवार को राजस्थान के भीलवाड़ा में मालासेरी जाएंगे। यह दौरा केंद्र के संस्कृति मंत्रालय ने आयोजित किया है। लेकिन राजस्थान विधानसभा चुनाव से 10 महीने पहले इसे आयोजित किया गया है।
मालासेरी भगवान देव नारायण का जन्मस्थान है, जो इस क्षेत्र में विशेष रूप से गुर्जरों के बीच काफी पूजनीय हैं। राजस्थान के गुर्जर समुदाय पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही प्रभाव जमाने की कोशिश में रहते हैं। कांग्रेस से कई विधायक गुर्जर हैं।
एनडीटीवी के मुताबिक पिछले चुनाव में बीजेपी ने गुर्जर समुदाय के नौ लोगों को टिकट दिया था। वे सभी हार गए क्योंकि गुर्जर वोट कांग्रेस में इस उम्मीद में ट्रांसफर हुए थे कि सचिन पायलट राजस्थान के पहले गुर्जर मुख्यमंत्री बनेंगे। लेकिन उस उम्मीद पर पानी फिर गया।
अब पीएम मोदी की यात्रा एक धार्मिक कार्यक्रम के जरिए ही सही गुर्जरों के बैंक तक बीजेपी की रणनीतिक पहुंच मालूम होती है।
हालांकि राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने एनडीटीवी से कहा- प्रधानमंत्री ने काशी विश्वनाथ मंदिर और उज्जैन मंदिर जैसे धार्मिक स्थलों के लिए कई परियोजनाएं शुरू की हैं। उम्मीद है कि देव नारायण मंदिर के लिए भी कुछ किया जाएगा। हमें हर चीज को राजनीतिक चश्मे से नहीं देखना चाहिए।
राजस्थान में गुर्जरों की आबादी करीब 9 से 12 फीसदी के बीच है। पूर्वी राजस्थान में 40 से 50 विधानसभा सीटों पर उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रहती है।
राजस्थान के गुर्जर आरक्षण के लिए हिंसक विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं। हाल ही में राज्य में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के प्रवेश को रोकने की धमकी दी थी। गुर्जर आरक्षण आंदोलन करने वाले कर्नल किरोड़ी सिंह बैसला के निधन के बाद उनके बेटे विजय बैसला ने वही कमान संभाल ली है। विजय बैसला ने एनडीटीवी से कहा - पिछली बार जो हुआ वह दोबारा नहीं होगा। पिछली बार गुर्जर हार गए थे और अब उन्होंने अपना सबक सीख लिया है। निश्चित रूप से हमें गुर्जर विधायक चाहिए। गुर्जर लगभग 40 सीटों पर प्रभाव डालते हैं। देखते हैं कि प्रभाव क्या होगा।
पीएम मोदी अगर अपने भाषण में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष सचिन पायलट को सीएम नहीं बनाने का जिक्र करते हैं तो यह राजनीतिक संकेत बीजेपी की ओर से गुर्जरों के लिए होगा और राजस्थान में राजनीतिक हालात बदल सकते हैं। पीएम अपनी सधी हुई भाषा में राजनीतिक बात कहने के लिए जाने जाते हैं।
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