कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को कन्याकुमारी से पार्टी की 3570 किलोमीटर लंबी 'भारत जोड़ी यात्रा' की शुरुआत की। इस मौक़े पर उन्होंने देश को एकजुट करने की ज़रूरत पर जोर देते बीजेपी और आरएसएस पर हमला किया।
राहुल ने कहा, 'लाखों लोगों को लगता है कि भारत को एक साथ लाने के लिए कार्रवाई करने की ज़रूरत है। हर एक संस्था पर आरएसएस और बीजेपी का हमला है। उन्हें लगता है कि वे भारत को धार्मिक आधार पर विभाजित कर सकते हैं।' उन्होंने आगे कहा, 'तिरंगा कपड़े के एक टुकड़े पर सिर्फ तीन रंग और एक चक्र भर नहीं है। यह उससे कहीं ज़्यादा है। तिरंगा भारत के लोगों द्वारा अर्जित किया गया था जो हर धर्म और संस्कृति से संबंधित है। हमारा तिरंगा पसंद के किसी भी धर्म को मानने के अधिकार की गारंटी देता है, लेकिन आज इस झंडे पर हमला हो रहा है।'
तिरंगा हमारी एकता और विविधता की पहचान है, हमारा स्वाभिमान है। आज, तिरंगे को हाथों में लेकर #BharatJodoYatra का पहला कदम लिया।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 7, 2022
अभी तो मीलों चलना है, मिलकर अपना भारत जोड़ना है। pic.twitter.com/4Q40M6ByZb
रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, 'भारत वह संस्था है जो इस ध्वज की रक्षा करती है। भारत स्वतंत्र मीडिया है जो इस ध्वज की रक्षा करता है। भारत एक न्यायपालिका है जो इस ध्वज की रक्षा करती है। और आज हमारी हर एक संस्था पर भाजपा, आरएसएस द्वारा हमला किया जा रहा है। उन्हें लगता है कि यह ध्वज उनका है। व्यक्तिगत संपत्ति। उन्हें लगता है कि वे अकेले ही लोगों का भविष्य, इस देश की स्थिति को तय कर सकते हैं।'
उन्होंने कहा, "भाजपा, आरएसएस को लगता है कि वे ईडी, सीबीआई, आयकर विभाग का उपयोग करके विपक्ष को डरा सकते हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे कितने घंटे पूछताछ करते हैं, एक भी विपक्षी नेता भाजपा से नहीं डरने वाला है।"
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को कन्याकुमारी में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को हरी झंडी दिखाई और यात्रा में शामिल भी हुए। इससे पहले वह कन्याकुमारी के गांधी मंडपम में पहुंचे थे। इस दौरान उनके साथ तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और कई अन्य नेता मौजूद रहे। तीनों नेताओं ने राहुल को तिरंगा झंडा सौंपा। यहाँ राहुल गांधी ने मंच से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का संदेश पढ़ा।
सोनिया ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दिए संदेश में कहा है कि उनका इलाज चल रहा है और इस वजह से वह कन्याकुमारी से कश्मीर तक की ऐतिहासिक भारत जोड़ो यात्रा के शुरू होने के मौक़े पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकी हैं और इसके लिए खेद व्यक्त करती हैं।
उन्होंने कहा है कि यह भारतीय राजनीति में बड़े बदलाव वाला क्षण है और उन्हें विश्वास है कि इस यात्रा से कांग्रेस संगठन का कायाकल्प होगा। सोनिया ने इस पूरी यात्रा में राहुल गांधी के साथ रहने वाले नेताओं को विशेष रूप से बधाई दी है। उन्होंने कहा कि वह इस यात्रा को लाइव देखती रहेंगी।
I lost my father to the politics of hate and division. I will not lose my beloved country to it too.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 7, 2022
Love will conquer hate. Hope will defeat fear. Together, we will overcome. pic.twitter.com/ODTmwirBHR
कांग्रेस ने भारत जोड़ो यात्रा बेहतर ढंग से लोगों तक पहुंचे, इसके लिए एक वेबसाइट bharatjodoyatra.in को भी लॉन्च किया है। कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि आज राजनीति में आम जनता की समस्याओं के बारे में चर्चा नहीं हो रही है और भारत जोड़ो यात्रा के जरिए हम देश की करोड़ों आवाजों को जोड़कर एक मजबूत आवाज बनाना चाहते हैं ताकि देश की राजनीति में आम इंसान की बातों को सुना और समझा जा सके।
जानिए, भारत जोड़ो यात्रा के बारे में कुछ अहम बातें।
- भारत जोड़ो यात्रा 3570 किमी. लंबी है और 5 महीने तक चलेगी।
- भारत जोड़ो यात्रा में शामिल कांग्रेस के नेता किसी भी होटल में नहीं रुकेंगे और कंटेनर्स में सोएंगे। ऐसे 60 कंटेनर्स का इंतजाम किया गया है। कुछ कंटेनर्स में सोने के लिए बिस्तर, टॉयलेट और एसी की व्यवस्था की गई है।
- सुरक्षा वजहों से राहुल गांधी एक अलग कंटेनर में सोएंगे जबकि बाकी कांग्रेस नेता दूसरे कंटेनर्स में।
- यात्रा में शामिल कांग्रेस नेता हर दिन 6 से 7 घंटे तक पदयात्रा करेंगे और 22-23 किमी. चलेंगे।
- कांग्रेस के 119 नेता भी यात्रा में शामिल होंगे। इन नेताओं का चयन साक्षात्कार के बाद किया गया है। 119 यात्रियों में 28 महिलाएं हैं।
- इस यात्रा को वेबसाइट bharatjodoyatra.in पर लाइवस्ट्रीम किया जाएगा।
यात्रा हर दिन सुबह 7 बजे शुरू होगी और सुबह 10 बजे तक चलेगी। कुछ घंटे के आराम के बाद यात्रा दिन में 3:30 बजे शुरू होगी और शाम को 7 बजे तक चलेगी। अरुणाचल प्रदेश से आने वाले आजम जोम्बला 25 साल के सबसे युवा यात्री हैं। अरुणाचल प्रदेश से ही 25 साल के बेम बाई नाम के शख्स भी यात्रा में शामिल हो रहे हैं। जबकि सबसे बुजुर्ग यात्री विजेंद्र सिंह महलावत राजस्थान के रहने वाले हैं और उनकी उम्र 58 साल है।
इन अहम शहरों से गुजरेगी यात्रा
भारत जोड़ो यात्रा तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू होगी और फिर तिरुवनंतपुरम, कोच्चि, नीलांबुर, मैसूर, बेल्लारी, रायचूर, विकाराबाद, नांदेड़, जलगांव, इंदौर, कोटा, दौसा, अलवर, बुलंदशहर, दिल्ली, अंबाला, पठानकोट से होते हुए जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर पहुंचेगी और यहीं पर यात्रा को समाप्त होना है।
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