विपक्षी एकता का प्रयास आज फिर से तेज हो गया है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे व राहुल गांधी से मिले और फिर बाद में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से। राहुल गांधी ने नीतीश से अपनी मुलाक़ात को विपक्षी एकता के लिए ऐतिहासिक क़रार दिया है। तो क्या सच में अब विपक्षी एकता का प्रयास काफ़ी गंभीरता से किया जा रहा है? क्या नीतीश को विपक्षी एकता के लिए कोई ख़ास ज़िम्मेदारी दी गई है?
नीतीश ने उठाया विपक्षी एकता का बीड़ा! राहुल के बाद केजरीवाल से मिले
- राजनीति
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- 12 Apr, 2023
क्या विपक्ष को एकजुट करने के लिए अब नीतीश कुमार ने बीड़ा उठा लिया है? क्या उन दलों को एकजुट करने की ज़िम्मेदारी नीतीश को दी गई है जिनकी कांग्रेस से नहीं बनती है?

कांग्रेस के नेताओं के साथ मुलाक़ात के साथ ही ये कयास लगाए जाने लगे थे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से उनकी मुलाक़ात के बाद तो यह कयास और ज़्यादा पुष्ट होता नज़र आया। केजरीवाल ने बुधवार को दिल्ली में अपने बिहार के समकक्ष नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मुलाक़ात की। अगले साल होने वाले राष्ट्रीय चुनाव में भाजपा को हराने के लिए विपक्षी दलों के एक साथ आने पर जोर दिया गया।