विपक्षी एकता का प्रयास आज फिर से तेज हो गया है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे व राहुल गांधी से मिले और फिर बाद में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से। राहुल गांधी ने नीतीश से अपनी मुलाक़ात को विपक्षी एकता के लिए ऐतिहासिक क़रार दिया है। तो क्या सच में अब विपक्षी एकता का प्रयास काफ़ी गंभीरता से किया जा रहा है? क्या नीतीश को विपक्षी एकता के लिए कोई ख़ास ज़िम्मेदारी दी गई है?