सोमवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय में करीब 8:30 घंटे तक पूछताछ की गई। राहुल गांधी से ये पूछताछ अकेले में की। ईडी ने पूछताछ के दौरान उनके वकील को साथ रहने की इजाजत नहीं दी। इस दौरान राहुल गांधी से 50 से ज्यादा सवाल पूछे गए। मंगलवार को भी पूछताछ जारी रहेगी। असिस्टेंट डायरेक्टर स्तर के तीन अधिकारी उनसे पूछताछ कर रहे हैं।
क्या राहुल को ईडी के शिकंजे से बचा पाएगा कांग्रेस का 'सत्याग्रह'?
- राजनीति
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- 14 Jun, 2022

सोनिया और राहुल को ईडी के समन के बाद कांग्रेस सड़क पर जोरदार संघर्ष कर रही है। लेकिन क्या कांग्रेस नेता ईडी से बच पाएंगे?
यह आशंका जताई जा रही है कि राहुल गांधी को पूछताछ के बाद गिरफ्तार भी किया जा सकता है। इसी आशंका को देखते हुए कांग्रेस ने इस पूछताछ के खिलाफ जबरदस्त आंदोलन छेड़ा हुआ है। कांग्रेस ने इसे 'सत्याग्रह' नाम दिया है। कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेता ईडी के खिलाफ प्रदर्शन करने गए तो पुलिस ने उन्हें दूर से ही हिरासत में लेकर सेंट्रल दिल्ली से दूर भेज दिया है। ऐसे में सवाल है कि क्या कांग्रेस का यह 'सत्याग्रह' राहुल गांधी को ईडी के शिकंजे से बचा पाएगा?
राहुल गांधी से लंबी पूछताछ
बता दें कि पहले ईडी ने राहुल गांधी को 2 जून को पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन विदेश में होने के वजह से उन्होंने आगे की तारीख ले ली थी। राहुल गांधी से पहले दिन अकेले में दस घंटे तक गहन पूछताछ की गई। दूसरे दिन भी इसी तरह लंबी पूछताछ की संभावना है। सूत्रों के अनुसार नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से पूछताछ के दौरान एक उप निदेशक, एक संयुक्त निदेशक द्वारा एक सहायक निदेशक स्तर के अधिकारी मौजूद रहे।