2019 में छह लोकसभा क्षेत्रों में हार के साथ, पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 14 सीटों में से आठ पर भाजपा का कब्जा है। कथित तौर पर पीएम 2024 के चुनावों में इन सीटों पर स्थिति बदलने की तैयारी के साथ आ रहे हैं। प्रधानमंत्री बुलंदशहर से चुनाव अभियान शुरू करने के लिए तैयार हैं, जिसका लक्ष्य पहले से लड़े गए क्षेत्रों में मतदाताओं और समर्थकों से जुड़ना और जीत का मंत्र साझा करना है।
बीजेपी का दावा है कि बुलंदशहर में पीएम मोदी की रैली में करीब पांच लाख लोग शामिल होंगे। 25 जनवरी को बुलंदशहर के नवादा गांव में प्रधानमंत्री की निर्धारित रैली में समर्थन मिलने की उम्मीद है, जिसमें मेरठ कमिश्नरी में का भी क्षेत्र शामिल है।
अखिलेश यादव ने लखनऊ में हाल ही में पार्टी नेताओं के साथ बैठक की, जिसमें पूर्व सांसद, पूर्व विधायक और पूर्व एमएलसी शामिल थे। उन्होंने कहा कि सीटों पर फैसले में जीतने की क्षमता ही टिकट का मानदंड है।
यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं से नई मतदाता सूची में पार्टी के समर्थक मतदाताओं का रजिस्ट्रेशन सुनिश्चित करने का आग्रह किया। उन्होंने राज्य की भाजपा सरकार पर पार्टी के कार्यकर्ताओं के नाम मतदाता सूची से हटवाने का आरोप लगाया।
कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने इस साल अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए सीट बंटवारे पर बातचीत की है। कांग्रेस को 20 सीटें देने की बात चली थी। लेकिन उसके बाद इस संबंध में कोई नई सूचना नहीं आई।
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