विपक्षी एकता के सूत्रधार विपक्षी दलों की पटना बैठक से तीन दिन पहले बीमार पड़ गए। उन्हें तमिलनाडु में मुख्यमंत्री स्टालिन के निमंत्रण पर मंगलवार को जाना था। नीतीश ने अपनी जगह डिप्टी सीएम तेजस्वी को भेज दिया। लेकिन मात्र इतने घटनाक्रम से तमाम राजनीतिक कयासबाजियां शुरू हो गईं। नीतीश के अचानक बीमार होने के अर्थ तलाशे जाने लगे। यह सब तब है, जब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, ममता बनर्जी, स्टालिन आदि ने पटना जाने की पुष्टि की है। स्टालिन ने कल मंगलवार के कार्यक्रम में दोहराया है कि वो पटना जरूर जाएंगे। बहरहाल, राजनीति में जितने मुंह उतनी बातों का दौर टीवी चैनल लेकर आए हैं और वहीं पर तमाम कयासबाजियां जन्म लेती हैं, जबकि जमीनी हकीकत कुछ और होती है।