हिन्दुस्तान की संसदीय राजनीति का सूर्य क्या इस बार पूरब से उदय हो सकता है, इस सवाल का जवाब मिलने में भले ही अभी वक्त हो, लेकिन यह सवाल अब उठने लगा है और इसका जवाब ढूंढने की कोशिशें भी शुरु हो गई हैं।