महाराष्ट्र राजनीतिक भूचाल की तरफ बढ़ रहा है। तमाम मीडिया रिपोर्टों में बताया गया है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी-शरद पवार) के कम से कम 8 सांसदों के अजित पवार खेमे में शामिल होने की संभावना है। रिपोर्टों के अनुसार, ये सांसद अजित पवार गुट के निकट संपर्क में हैं और इनकी घोषणा कभी भी हो सकती है। अगर ऐसा हुआ तो यह शरद पवार के नेतृत्व पर बड़ा धब्बा और झटका होगा। अजित पवार गुट को केंद्रीय चुनाव आयोग (ईसीआई) ने पहले ही 'असली' एनसीपी के रूप में मान्यता दे दी है।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शरद पवार की पार्टी के करीबी सूत्रों ने यह भी दावा किया कि शरद पवार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में शामिल होने के लिए तैयार हैं। कई अन्य रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि वह मोदी के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में अपनी बेटी सुप्रिया सुले के लिए मंत्री पद की पैरवी कर रहे हैं।
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यह घटनाक्रम तब सामने आया जब बारामती से सांसद सुप्रिया सुले ने चंद रोज पहले ही मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस की तारीफ की थी। फडणवीस एक महीना पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने हैं।
पुणे में 3 जनवरी को सुले ने कहा था कि "महायुति सरकार में अधिकांश मंत्रियों ने अभी तक कार्यभार नहीं संभाला है। सिर्फ एक व्यक्ति जो बहुत मेहनत कर रहा है वह है देवेन्द्र फडणवीस, कोई और दिखाई नहीं दे रहा है। देवेन्द्र जी अपने काम पर केंद्रित हैं और मिशन मोड में काम कर रहे हैं... जो एक अच्छी बात है..। हम उन्हें शुभकामनाएं देते हैं।''
अगर शरद पवार खेमे के सांसद अजित पवार गुट में शामिल होते हैं तो यह महा विकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन और विपक्ष के इंडिया गठबंधन के लिए बड़ा झटका होगा। एनसीपी (शरद पवार) ने 10 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था और उनमें से 8 सीटें जीतने में कामयाब रही थी। कथित तौर पर एनसीपी (शरद पवार) के 8 सांसदों का अजित पवार के नेतृत्व वाले गुट में शामिल होने का निर्णय उनकी पार्टी और महायुति गठबंधन द्वारा हाल ही में संपन्न महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में भारी जीत हासिल करने में कामयाब होने के बाद सामने आया है।
एनसीपी जुलाई 2023 में उस समय बंट गई थी, जब अजित पवार, पार्टी के कई अन्य नेताओं के साथ, शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी से अलग हो गए थे। ये लोग महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ भाजपा-शिवसेना गठबंधन सरकार में शामिल हो गए। शरद पवार की भविष्य की योजनाओं के बारे में लंबे समय से अटकलें लगाई जा रही थीं। अब पुष्ट संकेत हैं कि वो भी एनडीए और महायुति गठबंधन का हिस्सा बन जायेंगे।
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शरद पवार के अलावा उद्धव ठाकरे भी एनडीए में लौट सकते हैं। पिछले दिनों शिवसेना (यूबीटी) के अखबार सामना में फडणवीस की तारीफ की गई थी। उसके बाद उसी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने भी फडणवीस की तारीफ की थी। इस घटनाक्रम से बार-बार यही संकेत मिल रहे हैं कि शरद पवार और उद्धव दोनों एनडीए में लौट सकते हैं।
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