वैसे तो भाजपा नेता अक्सर कहते हैं कि उनका दल किसी भी वक्त चुनाव के लिए तैयार रहता है, लेकिन इन दिनों जिस तरह भारतीय जनता पार्टी में जिस तरह शीर्ष स्तर पर बैठकों का दौर चल रहा है,मंत्रियों और सांसदों को जिले जिले भेजकर मोदी सरकार के नौ साल की उपलब्धियों का प्रचार किया जा रहा हैऔर प्रचार का सारा जोर मोदी सरकार के नौ साल के नारे पर है,उससे संकेत हैं कि भाजपा किसी भी समय (समय से पूर्व या समय पर) लोकसभा चुनावों का सामना करने के लिए खुद को तैयार कर रही है, जबकि विपक्ष अभी एकजुटता की रट से आगे नहीं बढ़ सका है।