Fake FIR in #Jharkhand.
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) August 2, 2022
The so-called FIR looks like @INCIndia asking Ottavio Quattrocchi to file a case against Bofors. https://t.co/WMDHtxrAzA
क्या है पूरा मामला
कुमार जयमंगल सिंह झारखंड में बेरमो से कांग्रेस विधायक हैं। उन्होंने एफआईआर कराई कि तीन विधायकों इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सल ने उन्हें फोन करके कोलकाता आने को कहा। तीनों विधायकों ने उनसे यह भी कहा कि वहां से सब लोग गुवाहाटी में असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा से मिलने जाएंगे। वो उनकी मुलाकात सरमा से करा देंगे।
विधायक जयमंगल सिंह ने एफआईआर में आरोप लगाया है कि उन्हें आश्वासन दिया गया कि जितने भी विधायक टूटकर आएंगे, उन्हें मंत्री बनाया जाएगा और हर विधायक को दस करोड़ रुपये भी मिलेंगे। ये नई सरकार झारखंड की मौजूदा सरकार को गिराने के बाद बीजेपी की मदद से बनाई जाएगी। विधायक ने कहा कि उन तीनों ने उनसे कहा कि असम के सीएम को दिल्ली के कुछ बड़े नेताओं का आशीर्वाद प्राप्त है, जिस वजह से मौजूदा झारखंड सरकार को गिराया जाना है।
अनूप सिंह के नाम से भी मशहूर इस कांग्रेस विधायक ने कहा कि वो भ्रष्टाचार के इस दलदल में नहीं फंसना चाहते हैं। इसलिए सरकार को डीसी के जरिए सूचित कर रहे हैं। ताकि ऐसा करप्शन करने वालों पर कार्रवाई की जा सके। उन्होंने मांग की है कि तीनों विधायक इस समय कोलकाता में काफी बड़ी रकम के साथ मौजूद हैं।
विधायक कैश के साथ गिरफ्तार
विधायक, इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सल कोंगारी को कोलकाता के पास बंगाल पुलिस ने उनके वाहन को रोक दिया था। एक टोयोटा फॉर्च्यूनर एसयूवी पर 'जामताड़ा विधायक' लिखा हुआ एक बोर्ड था। वो गाड़ी विधायक इरफान अंसारी की थी। इरफान अंसारी जामताड़ा से विधायक हैं। इन लोगों से बड़ी रकम बरामद होने के बाद इन्हें बंगाल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
वकील कैश के साथ गिरफ्तार
इसके बाद यह मामला अभी थमा नहीं था कि कोलकाता में झारखंड के वकील राजीव कुमार को बंगाल पुलिस ने गिरफ्तार किया। इनके पास से 50 लाख कैश बरामद हुआ। इन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया। राजीव कुमार वही वकील हैं, जिन्हें झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत कोर्ट में की थी और इसके बाद कोर्ट ने जांच का आदेश दिया था। ईडी वगैरह भी हेमंत सोरेन के खिलाफ जांच कर रही है।
कांग्रेस ने झारखंड से जुड़े लोगों की इन गिरफ्तारियों और रकम बरामदगी को ऑपरेशन लोटस का हिस्सा बताया। कांग्रेस ने यह भी कहा कि यह ऑपरेशन असम के मुख्यमंत्री सरमा चला रहे हैं। हालांकि अब सरमा के खिलाफ शिकायत करने वाले कांग्रेस विधायक भी शक के दायरे में आ गए हैं। क्योंकि एक तरफ तो वो असम के सीएम के खिलाफ एफआईआऱ करा रहे थे, दूसरी तरफ वो उनसे मिल भी रहे थे। उनके साथ वो केंद्रीय मंत्री तक से मिले।
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