झारखंड में दो हफ्ते से चल रहे राजनीतिक खेल का लगभग समापन हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन जो भाजपा में जाने की फिराक में थे, अपने कदम पीछे ले लिए हैं। चंपाई पिछले हफ्ते दिल्ली आए थे और दिल्ली में बैठकर उन्होंने अपनी नाराजगी एक्स पर पोस्ट कर दिखाई। उन्होंने खुद को सीएम पद से गलत तरह से हटाने का मुद्दा भी उठाया। एक हफ्ते पहले हालात ये थे कि चंपाई सोरेन भाजपा में अब गए कि तब गए। दूसरी तरफ भाजपा उम्मीद कर रही थी कि झारखंड से बड़ी तादाद में विधायक दिल्ली आएंगे और चंपाई के साथ भाजपा में शामिल हो जाएंगे। ऐसा कुछ नहीं हुआ। चंपाई के चार विधायक भी मंगलवार को वापस हेमंत सोरेन खेमे में चले गए
झारखंडः चंपाई सोरेन अकेले पड़े, 4 वफादारों ने साथ छोड़ा, भाजपा की मुहिम नाकाम
- राजनीति
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- 29 Mar, 2025
झारखंड में भाजपा प्रायोजित मुहिम फेल होती नजर आ रही है। चंपाई सोरेन के वफादार साथी उन्हें अकेला छोड़कर वापस मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खेमे में लौट गए हैं। चंपाई जो दिल्ली में डेरा जमाए हुए थे, किसी भी बड़े भाजपा नेता से मिले, वापस रांची लौट गए हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा ने कहा कि भाजपा ने हमारी पार्टी को तोड़ने और सरकार गिराने का जो घिनौना खेल खेला था, उसका पर्दाफाश हो गया है।
