पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और तीन अन्य के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के मामले को जम्मू कश्मीर हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया। हाईकोर्ट का आदेश पिछले हफ्ते आया था, जिसमें ईडी के आरोपपत्र को रद्द कर दिया गया।अदालत ने माना कि "सीबीआई द्वारा दर्ज किए गए अपराध में मनी लॉन्ड्रिंग विरोधी अधिनियम के तहत कोई अनुसूचित अपराध शामिल नहीं है।" सीबीआई ने कथित जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (जेकेसीए) घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग के लिए आरोप पत्र दायर किया था। इनमें फारूक और अन्य के नाम थे। फारूक ने इस मामले को कभी गंभीरता से लिया ही नहीं था। क्योंकि वो इसकी असलियत जानते हैं। लेकिन कश्मीर में हाईकोर्ट के फैसले को लेकर बयान चल रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री मोहम्मद अशरफ मीर ने इसमें राजनीति तलाश ली। उनका कहना है कि कोर्ट का यह फैसला राजनीतिक मकसद पूरा करने के लिए आया है। इसकी टाइमिंग को देखा जाए। यानी अशरफ मीर यह कहना चाहते हैं कि इसके पीछे फारूक और सरकार के बीच कहीं न कहीं कोई न कोई तालमेल हुआ है। हालांकि अशरफ मीर यह बात भूल गए कि फारूक की पार्टी इंडिया गठबंधन का हिस्सा है। गांधी परिवार से फारूक परिवार के पुराने संबंध हैं। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में फारूक भी शामिल हुए थे। यानी फारूक का तालमेल विपक्ष के साथ है, सरकार के साथ नहीं। लेकिन अशरफ मीर कुछ और ही सोच रहे हैं। लेकिन कश्मीर की जिस ताजा खबर की सबसे ज्यादा चर्चा है वो है नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस का चुनावी गठबंधन चुनाव से पहले ही हो गया है। राज्य की एकमात्र पार्टी पीडीपी अब अकेली बची है। अगर वो भी इस गठबंधन में आती है तो जम्मू कश्मीर चुनाव में इंडिया गठबंधन नई इबारत लिख सकता है। पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती फिलहाल पसोपेश में हैं।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने गुरुवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर की सभी 90 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस के साथ गठबंधन तय है। बुजुर्ग नेता ने कहा- “कांग्रेस और हम (एनसी) एक साथ हैं। यूसुफ तारिगामी साहब (सीपीएम) भी हमारे साथ हैं। मुझे उम्मीद है कि हमारे लोग हमारे साथ हैं ताकि हम जीत सकें और लोगों के लिए बेहतर काम कर सकें...।''
अब्दुल्ला की घोषणा लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा गुरुवार को श्रीनगर में अब्दुल्ला के आवास पर नेशनल कॉन्फ्रेंस नेतृत्व से मुलाकात के बाद आई। अब्दुल्ला ने कहा- “सौहार्दपूर्ण माहौल में हमारी अच्छी बैठक हुई। गठबंधन पटरी पर है और अल्लाह ने चाहा तो यह सुचारु रूप से चलेगा। गठबंधन अंतिम है। आज (गुरुवार) शाम इस पर हस्ताक्षर होंगे और गठबंधन सभी 90 सीटों पर है।”
इस बीच, खड़गे ने एक्स पर इस बैठक की तस्वीरें शेयर कीं और कहा, "हमने, राहुल गांधी के साथ, आज श्रीनगर में फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला के साथ गर्मजोशी से शिष्टाचार मुलाकात की।" लेकिन यह शिष्टाचार मुलाकात सिर्फ चाय-पानी तक नहीं रही। पूरी तरह राजनीतिक बन गई।
इस बीच, फारूक अब्दुल्ला ने उम्मीद जताई कि सभी शक्तियों के साथ पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि “राज्य का दर्जा हम सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह हमसे वादा किया गया है। इस राज्य ने बुरे दिन देखे हैं और हमें उम्मीद है कि यह अपनी पूरी शक्तियों के साथ बहाल होगा। इसके लिए हम इंडिया गठबंधन के साथ खड़े हैं।''
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