महाराष्ट्र और बिहार में हुए सत्ता परिवर्तन के बाद अब झारखंड में सियासी उलटफेर की आशंका है। हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली झारखंड की महागठबंधन की सरकार पर खतरा मंडरा रहा है। बीजेपी ऑपरेशन लोटस के तहत महाराष्ट्र की तरह हेमंत सरकार को गिरा कर सत्ता हथियाने की कोशिशों में जुटी है। ऐसे में हेमंत सोरेन के सामने अपने और अपने सहयोगी दलों के विधायकों को टूटने से बचाने की बड़ी चुनौती है।
झारखंड: क्या खुद को उद्धव ठाकरे बनने से बचा पाएंगे सोरेन?
- राजनीति
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- 31 Aug, 2022

क्या झारखंड में ऑपरेशन लोटस के डर से महागठबंधन ने अपने विधायकों को बाहर भेजा है? क्या इससे ऑपरेशन लोटस का खतरा टल जाएगा?
ऐसे में सवाल पैदा हो रहा है कि क्या हेमंत सोरेन खुद को उधव ठाकरे बनने से बचा पाएंगे?
झारखंड में क्यों है महाराष्ट्र जैसे प्रयोग की आशंका?
झारखंड में महाराष्ट्र जैसे प्रयोग की आशंका तभी से व्यक्त की जा रही है जब महाराष्ट्र में बीजेपी ने शिवसेना से एकनाथ शिंदे को बगावत करा कर उधव ठाकरे को इस्तीफा देने पर मजबूर कर दिया था। महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के लिए कई दिनों तक चले घटनाक्रम के बीच ही कुछ बीजेपी नेताओं ने दावा किया था कि महाराष्ट्र के बाद झारखंड में भी इसी तरह सत्ता परिवर्तन होगा। तभी से आशंका व्यक्त की जा रही है कि बीजेपी झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस को तोड़ सकती है। ऐसा करके वो हेमंत सोरेन सरकार को गिरा कर अपनी सरकार बना सकती है। चूंकि बीजेपी महाराष्ट्र के अलावा मध्य प्रदेश, उत्तराखंड जैसे कई राज्यों में ऐसे प्रयोग कर चुकी है। लिहाज़ा हेमंत सोरेन बीजेपी की कमियों को हलके में लेने के बजाय अपनी सरकार बचाने के लिए हर मुमकिन कोशिश करने मे जुट गए हैं।