गुलाम नबी आज़ाद के कांग्रेस छोड़ने के बाद जम्मू-कश्मीर कांग्रेस में भगदड़ मच गई है। हर रोज बड़े पैमाने पर नेता पार्टी छोड़कर गुलाम नबी आज़ाद के साथ आ रहे हैं। इससे कांग्रेस हैरान है। खासकर पार्टी के वो नेता सदमे में हैं जो आज़ाद को ज़मीनी नेता ही नहीं मानते।
जम्मू-कश्मीर: क्या कांग्रेस को ख़त्म कर देंगे गुलाम नबी आज़ाद?
- विश्लेषण
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- 2 Sep, 2022

गुलाम नबी आज़ाद के तल्ख लहजे और तीखे तेवरों को देखते हुए लगता है कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर से कांग्रेस का सफाया करने की ठान ली है। लेकिन क्या ऐसा होगा?
जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस छोड़कर आज़ाद के साथ आने वाले नेताओं की लगी कतार आज़ाद को लेकर पहले से बनी राय बदलने को मजबूर कर रही है। जम्मू-कश्मीर की सियासत पर नजर रखने वाले जानकारों का कहना है कि नई पार्टी के एलान के बाद कांग्रेस के बचे हुए नेता भी आज़ाद के खेमे में आ सकते हैं।
अभी और झटके लगेंगे?
कांग्रेस से नाता तोड़ने के बाद गुलाम नबी आज़ाद कांग्रेस को झटके पर झटके दे रहे हैं। मंगलवार को कांग्रेस को उस वक्त और बड़ा झटका लगा जब राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री तारा चंद समेत जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के 64 नेताओं ने गुलाम नबी आज़ाद के समर्थन में पार्टी से इस्तीफे का एलान कर दिया।