हरियाणा की राजनीति में किसी समय चौधरी देवीलाल और उनके परिवार की तूती बोलती थी। लेकिन भ्रष्टाचार, आपसी कलह, भाईभतीजावाद ने परिवार को राजनीति के दो छोर पर धकेल दिया। देवीलाल के पोतों यानी ओम प्रकाश चौटाला के बेटों अजय और अभय की महत्वाकांक्षाओं ने देवीलाल की इनैलो को कमजोर दर दिया। अजय चौटाला ने अलग होकर जननायक जनता पार्टी बनाई और उसकी कमान अपने बेटे दुष्यंत चौटाला को सौंप दी। अभय चौटाला अपने पिता के साथ रहे और इनैलो का परचम पकड़े रहे लेकिन राजनीतिक रूप से बहुत कमजोर साबित हुए।