इस बात की आशंका काफी दिनों से जताई जा रही थी कि कांग्रेस अपने पुराने नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद के ख़िलाफ़ कार्रवाई कर सकती है और शुक्रवार को यह आशंका सच हो गई। क्योंकि आज़ाद कांग्रेस आलाकमान को चिट्ठी लिखने वाले नेताओं में शामिल थे। पार्टी ने उन्हें कांग्रेस महासचिव के पद से हटा दिया है। इससे कांग्रेस के अंदर चल रहा घमासान खुलकर सड़कों पर आ गया है।