कांग्रेस में कुछ नेताओं ने शायद ठान लिया है पार्टी में चल रहे घमासान को थमने नहीं देना है। आए दिन कोई न कोई सीनियर नेता इस तरह का बयान दे देता है जिससे धीमी पड़ रही बवाल की आग फिर से जलने लगती है। नेताओं की ये सारी बयानबाज़ी मीडिया के सामने हो रही है जबकि किसी भी पार्टी का अनुशासन कहता है कि पार्टी के मसलों पर बात पार्टी फ़ोरम में ही होनी चाहिए। लेकिन यहां शायद अनुशासन वाली कोई बात ही नहीं है।