कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ईडी के सामने पेशी को लेकर कांग्रेस सहित कई विपक्षी दल मोदी सरकार पर हमलावर हो गए हैं। इन दलों ने गुरुवार को एक बैठक की और उसके बाद संयुक्त बयान जारी किया। इस बयान में कहा गया है कि मोदी सरकार विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं के खिलाफ एजेंसियों का दुरुपयोग कर उन्हें निशाना बना रही है।
विपक्षी नेताओं ने कहा है कि वे सरकार के खिलाफ अपनी लड़ाई को तेज करेंगे।
बता दें कि सोनिया गांधी को नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी के द्वारा बुलाए जाने पर कांग्रेस सड़क पर उतर आई है। कांग्रेस के सांसदों ने भी राज्यसभा और लोकसभा से वॉकआउट कर दिया है। इससे पहले भी कई दलों के नेताओं के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों ने कार्रवाई की है और इसे लेकर तमाम सवाल उठते रहे हैं।
विपक्षी दलों ने संयुक्त बयान में कहा है कि वह मोदी सरकार की जन विरोधी, किसान विरोधी संविधान विरोधी नीतियों के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़ेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार समाज के ताने-बाने को बिगाड़ रही है।
एजेंसियों का बेजा इस्तेमाल?
ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स के किसी विपक्षी नेता को समन करने या घरों, दफ्तरों पर छापेमारी के बाद वही पुराना सवाल फिर से खड़ा हो जाता है कि क्या इन एजेंसियों का बेजा इस्तेमाल हो रहा है। पिछले आठ सालों में जांच एजेंसियों की छापेमारी पर ढेरों सवाल उठे हैं कि क्यों ये एजेंसियां विपक्षी नेताओं, उनके रिश्तेदारों, करीबियों को धड़ाधड़ समन भेज रही हैं या उनके घरों-दफ़्तरों पर छापेमारी कर रही हैं।
विपक्षी नेता निशाने पर
जब से मोदी सरकार सत्ता में आई है तब से विपक्षी नेताओं में हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू यादव, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मायावती, पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम, शिवसेना नेता संजय राउत, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सांसद भतीजे अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी रूजिरा नरूला बनर्जी, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा, कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार, सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा सहित कई और नेताओं और आम आदमी पार्टी के कई विधायकों को जांच एजेंसियों की ओर से समन भेजा जा चुका है या पूछताछ की जा चुकी है।
राजनीतिक माहौल गर्म
सोनिया और राहुल गांधी की ईडी के सामने पेशी के मुद्दे पर कांग्रेस ने पूरे देश में बीजेपी और मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि ईडी नेशनल हेराल्ड के मामले में आने वाले दिनों में कांग्रेस के दोनों बड़े नेताओं को गिरफ्तार कर सकती है। अगर ऐसा होता है तो निश्चित रूप से 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी बनाम कांग्रेस और सत्ता पक्ष बनाम विपक्ष के बीच एक बड़ी लड़ाई छिड़ जाएगी और आने वाले कई महीनों तक देश की राजधानी दिल्ली सहित तमाम राज्यों का राजनीतिक तापमान बढ़ा हुआ रहेगा।
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