प्रधानमंत्री मोदी की आज बस्ती, देवरिया वाराणसी में तीन रैलियां थीं और उन्हें दिल्ली लौटना था लेकिन उन्होंने दिल्ली में रात बिताने का फैसला किया और रात्रि विश्राम से पहले उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा की। रोड शो भी किया और रात में वाराणसी के बूथ कार्यकर्ताओं से बैठक की। वाराणसी में सरकार के नंबर 2 अमित शाह वहां के बूथ कार्यकर्ताओं से न जाने कितनी बैठक कर चुके हैं। लेकिन प्रधानमंत्री को भी बूथ कार्यकर्ताओं से फिजिकल बैठक करना पड़ी, यह बहुत महत्वपूर्ण घटनाक्रम है।
क्या मोदी वाराणसी में सिर्फ पूजा करने आए या ओबीसी वोटरों को इमोशनल करने आए?
- राजनीति
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- 29 Mar, 2025
पीएम मोदी का रविवार को यूपी में बहुत व्यस्त कार्यक्रम रहा। लेकिन वाराणसी में उनकी गतिविधियों पर ध्यान दिया जाना चाहिए। उसके राजनीतिक निहितार्थ हैं। जानिए पूरी कहानी।

वाराणसी में 7 मार्च को मतदान है लेकिन मोदी का वाराणसी में मात्र ढाई महीने के अंतराल में आकर कई कार्यक्रमों में शिरकत करना बता रहा है कि बीजेपी को वाराणसी में भी मेहनत करना पड़ रही है। चूंकि यह मोदी का लोकसभा क्षेत्र है, इसलिए उन पर कुछ ज्यादा ही जिम्मेदारी डाल दी गई है। मोदी 13 दिसम्बर 2021 को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन करने यहां आए थे। इसके बाद वो वाराणसी के आसपास आते तो रहे लेकिन वाराणसी में रात नहीं गुजारी।