भाजपा के लिए संसद के बाहर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का मजाक राष्ट्रीय मुद्दा बन गया है। प्रधानमंत्री से लेकर तमाम केंद्रीय मंत्री, लोकसभा स्पीकर, भाजपा के छुटभैए नेताओं तक के लिए यह राष्ट्रीय मुद्दा बन गया है। जैसा कि पिछली रिपोर्ट में बताया जा चुका है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार सुबह धनखड़ से संसद के बाहर हुई घटना पर अफसोस जताया। अपने खिलाफ बनाए गए मजाक को याद किया। पीएम का फोन पहुंचने के बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला अपना अफसोस लेकर उपराष्ट्रपति से मिलने पहुंच गए। संसदीय कार्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल, किरण रिजिजू, प्रह्लाद जोशी आदि मंगलवार से ही बयान देने में जुटे हैं। टीवी चैनलों पर बहस हो रही है। लेकिन सारे बहस के केंद्र से यह मुद्दा गायब है कि संसद के दोनों सदनों से 141 सदस्यों का निलंबन कितना जायज है। आखिर भाजपा इस मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए धनखड़ को हथियार बना रही है।
धनखड़ मिमिक्री कांड को राष्ट्रीय मुद्दा बनाने के पीछे भाजपा का क्या मकसद है?
- राजनीति
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- 29 Mar, 2025
उपराष्ट्रपति धनखड़ की संसद के बाहर मिमिक्री का क्या राष्ट्रीय मुद्दा है। आखिर भाजपा इस मुद्दे को उठाकर किस तरफ से ध्यान मोड़ना चाहती है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता जयराम रमेश इस मुद्दे पर क्या कह रहे हैं। जानिएः
