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दारा सिंह चौहान सपा में, सत्ता मिली तो 3 महीने में कराएंगे जाति जनगणनाः अखिलेश

यूपी में योगी कैबिनेट से इस्तीफा देने वाले दारा सिंह चौहान आज सपा में शामिल हो गए। उन्होंने आरोप लगाया है कि बीजेपी ने आरक्षण में छेड़छाड़ की साजिश की है। उन्हें सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी दफ्तर पर पार्टी में शामिल कराया। इस मौके पर मीडिया को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि सत्ता में आते ही तीन महीने में जाति जनगणना कराएंगे।

दारा सिंह चौहान उन तीन मंत्रियों में शामिल थे, जिन्होंने हाल ही में योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था। बाकी दो मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और डॉ धर्म सिंह सैनी पहले ही सपा में आ चुके हैं लेकिन उस दिन दारा सिंह सपा कार्यालय नहीं पहुंच सके थे। 

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सपा में आने के मौके पर दारा सिंह चौहान ने बीजेपी पर खुलकर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने आरक्षण के साथ छेड़छाड़ की कोशिश की। जब उन्होंने कैबिनेट मीटिंग में इसका विरोध किया तो उन्हें चुप करा दिया गया। दरअसल, बीजेपी सामने से कुछ और है और अंदर से कुछ और है। बीजेपी इस देश के संविधान को खत्म करना चाहती है। दारा ने कहा - 

हम लोग पांच साल तक इंतजार में रहे कि शायद अब सुधार हो, शायद अब दलितों, वंचितों, बेरोजगारों को उनका हक मिले। लेकिन योगी सरकार बेरोजगारों को लाठियों से पीट रही है।


दारा ने कहा कि ओबीसी जनगणना बहुत जरूरी है। बीजेपी ओबीसी जनगणना से क्यों भाग रही है। अगर वो वाकई पिछड़ों की हमदर्द है तो ओबीसी वर्ग की जनगणना कराए। दरअसल, बीजेपी ठगों की पार्टी है। वह कभी भी ओबीसी जनगणना नहीं कराएगी। पूर्व मंत्री ने कहा, अखिलेश अब प्रदेश के सर्वमान्य नेता हैं। हर वर्ग के लोग इनके साथ है। हम अखिलेश के नेतृत्व में सरकार बनाएंगे।

अखिलेश भी बोले

इस मौके पर अखिलेश यादव ने दारा सिंह चौहान का स्वागत करते हुए कहा कि बीजेपी ने साढ़े चार साल तक सिर्फ झूठ बोला है। अब हम सब मिलकर बीजेपी प्रत्याशियों की जमानत जब्त कराने का काम करेंगे। डबल इंजन की सरकार फेल हो चुकी है। लखनऊ और दिल्ली के डबल इंजन आपस में टकरा रहे हैं। सपा विकास और खुशहाली की राजनीति करेगी।

सपा प्रमुख ने कहा कि अगर यूपी में समाजवादी पार्टी की सरकार बनी तो हमारी सरकार राज्य में जाति जनगणना कराएगी। इस काम को हम सरकार बनने के तीन महीने के अंदर करेंगे। बता दें कि जाति जनगणना बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है। बीजेपी इस मामले पर चुप्पी साधे हुए है।

इससे पहले अखिलेश ने कल कहा था कि सपा के दरवाजे अब बीजेपी से आने वालों के लिए बंद हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी से आने वाले मंत्रियों और विधायकों के लिए अब सपा में जगह नहीं है। अब बीजेपी चाहे जिसका टिकट काटे। बता दें कि बीजेपी के 14 विधायक और नेता अब तक सपा में आ चुके हैं। एक विधायक अपना दल (सोनेलाल)  का भी सपा में आया है। इतनी बड़ी तादाद में सपा में बीजेपी वालों के आने से अखिलेश से सवाल पूछा जा रहा था कि क्या पार्टी के पुराने वफादारों के टिकट काटकर बीजेपी से आने वालों को टिकट दिया जाएगा। समझा जाता है कि सपा अध्यक्ष ने उसी के मद्देनजर यह बयान दिया है।

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क़मर वहीद नक़वी
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