कर्नाटक में आज सरकार गठन को लेकर कांग्रेस ने 2024 को लेकर अपने इरादे जाहिर कर दिए। कांग्रेस ने उस सोशल जस्टिस (सामाजिक न्याय) को कर्नाटक में लागू कर दी, जिसका जिक्र चुनावी रैलियों में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के मुंह से सिर्फ सुनने को मिलता था। ओबीसी समुदाय से मुख्यमंत्री (सिद्धारमैया) और वोक्कालिगा समुदाय से डिप्टी सीएम (डीके शिवकुमार) के साथ तीन दलित और एक एसटी मंत्री को बनाकर कांग्रेस ने अपनी मंशा साफ कर दी। चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने जाति आधारित जनगणना की खुलकर वकालत की थी। कांग्रेस के स्टैंड में यह बदलाव मामूली नहीं है। कांग्रेस हमेशा ब्राह्मणों, दलितों और मुसलमानों के वोट से चुनाव जीतती रही है। ब्राह्मण अभी भी भाजपा के साथ है। वो कांग्रेस में नहीं लौटा लेकिन कर्नाटक में तो दलित और मुसलमानों दोनों ही लौटे।