कांग्रेस और राहुल गांधी के चुनावी नारे को करारा झटका देते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने जाति आधारित जनगणना का विरोध किया है। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखे पत्र में कहा कि यह मुद्दा 'इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की विरासत का अनादर' है। आनंद शर्मा कांग्रेस की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्य भी हैं। गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल आदि ने कांग्रेस में रहते हुए जी 23 ग्रुप बनाया था। जो ऐसे ही असंतुष्टों का मंच बन गया। बाद में सभी ने अपने रास्ते अलग कर लिए। आजाद ने अपनी पार्टी बनाई और जम्मू कश्मीर के क्षेत्रीय नेता बनकर रह गए। कपिल सिब्बल राज्यसभा में जाना चाहते थे, वे सपा की मदद से राज्यसभा में चले गए। आनंद शर्मा बचे रहे तो वो रह-रह कर किसी न किसी कांग्रेस पद से इस्तीफा दे देते हैं या फिर इस तरह के बयान जारी कर देते हैं।
आनंद शर्मा ने जाति जनगणना का विरोध किया, कांग्रेस से 'भागने' की फिराक में?
- राजनीति
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- 29 Mar, 2025
राहुल गांधी ने लोकसभा चुनावों के मद्देनजर जाति जनगणना को केंद्रीय मुद्दा बनाया है और वादा किया है कि अगर इंडिया गठबंधन की सरकार आती है, तो पूरे देश में इसे लागू करेगी। लेकिन अब कांग्रेस पार्टी के आनंद शर्मा इसका खुलकर विरोध कर रहे हैं। आनंद शर्मा उन असंतुष्ट नेताओं में से हैं, जो अगल ग्रुप में शामिल हुए थे। हालांकि कांग्रेस शासनकाल में सबसे ज्यादा फायदा उठाने वाले आनंद शर्मा जैसे ही लोग थे। समझा जाता है कि वो कांग्रेस छोड़ने का मौका तलाश रहे हैं। जानिए क्या कहना चाहते हैं शर्माः
