बीते 3 सालों में कांग्रेस में असंतुष्ट नेताओं का एक गुट बना है। इस गुट को पत्रकारिता की दुनिया में G-23 कहकर पुकारा गया। जैसा कि नाम से साफ लगता है कि यह 23 नेताओं का एक गुट है। इसके नेता जब-जब कांग्रेस किसी राज्य में चुनाव हारती है उस दौरान सक्रिय होकर पार्टी हाईकमान के खिलाफ मीडिया में आकर आवाज बुलंद करते हैं। लेकिन वे गांधी परिवार के सामने अपनी बातों को कहने से पीछे हट जाते हैं।
गांधी परिवार के सामने अपनी बात क्यों नहीं रखते G-23 के नेता?
- राजनीति
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- 14 Mar, 2022
कांग्रेस की हार के बाद G-23 गुट के नेता मुखर हो जाते हैं और पार्टी की दुर्दशा होने की बात को लेकर मीडिया में बयान जारी करते हैं लेकिन वे गांधी परिवार के सामने अपनी बातों को कहने से पीछे हट जाते हैं।

यह वही G-23 गुट है जिसने साल 2020 में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी नेतृत्व के कामकाज को लेकर गंभीर सवाल उठाए थे।
इस गुट के प्रमुख नेताओं में गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, शशि थरूर आदि शामिल हैं।