हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में तमिलनाडु को छोड़कर बाक़ी जगहों पर कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद ख़राब रहा। पश्चिम बंगाल में तो हालात ये रहे कि वह 2016 की 44 सीटों से घटकर शून्य पर आ गई। इसके बाद कांग्रेस के भीतर एक बार फिर से तमाम आवाज़ें उठीं और वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि इन फ़ैसलों को लेकर चिंतन किया जाना चाहिए।