उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा गठबंधन के एलान के बाद बीजेपी से ज़्यादा कांग्रेस की नींद उड़ी हुई है। पहले कांग्रेस को उम्मीद थी कि वह इस गठबंधन का हिस्सा होगी। शनिवार को मायावती और अखिलेश यादव ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस पर भी बराबर निशाना साधा। इससे तिलमिलाई कांग्रेस ने रविवार को तुर्की बा तुर्की जवाब देते हुए अपने दम पर अकेले यूपी की सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान कर दिया। इससे पहले कांग्रेसी नेता दावा कर रहे थे कि कांग्रेस सपा-बसपा गठबंधन में शामिल होने से छूट गई पार्टियों को लेकर एक अलग मोर्चा बनाकर चुनाव में उतरेगी। उत्तर प्रदेश के प्रभारी कांग्रेस महासचिव ग़ुलाम नबी आज़ाद ने अपने दम पर  राज्य की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान कर के अपनी पार्टी के तमाम नेताओं के दावों की हवा निकाल दी।