उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा गठबंधन के एलान के बाद बीजेपी से ज़्यादा कांग्रेस की नींद उड़ी हुई है। पहले कांग्रेस को उम्मीद थी कि वह इस गठबंधन का हिस्सा होगी। शनिवार को मायावती और अखिलेश यादव ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस पर भी बराबर निशाना साधा। इससे तिलमिलाई कांग्रेस ने रविवार को तुर्की बा तुर्की जवाब देते हुए अपने दम पर अकेले यूपी की सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान कर दिया। इससे पहले कांग्रेसी नेता दावा कर रहे थे कि कांग्रेस सपा-बसपा गठबंधन में शामिल होने से छूट गई पार्टियों को लेकर एक अलग मोर्चा बनाकर चुनाव में उतरेगी। उत्तर प्रदेश के प्रभारी कांग्रेस महासचिव ग़ुलाम नबी आज़ाद ने अपने दम पर राज्य की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान कर के अपनी पार्टी के तमाम नेताओं के दावों की हवा निकाल दी।
हवा हवाई साबित हो सकता है यूपी में अकेले चुनाव लड़ने का कांग्रेस का दावा
- राजनीति
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- 29 Mar, 2025

कांग्रेस ने कार्यकर्ताओं में जोश भरने और मुसलमानोंं को संकेत देने के लिए यूपी में अकेले चुनाव लड़ने का एलान आनन फानन में कर दिया, पर वह छोटे दलो के लिए दरवाजा खुला रखना चाहती है।
राहुल के निर्देश पर हुआ एलान
सबसे पहले बात करते हैं कि आखिर कांग्रेस को यह एलान क्यों करना पड़ा। शनिवार को मायावती और अखिलेश यादव की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद कांग्रेस के उत्तर प्रदेश से जुड़े सभी नेताओं की एक अहम बैठक हुई। इस बैठक में उत्तर प्रदेश के प्रभारी कांग्रेस महासचिव ग़ुलाम नबी आज़ाद उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर उत्तर प्रदेश विधायक दल के नेता समेत उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता प्रमोद तिवारी और संजय सिंह मौजूद थे। इस बैठक में प्रदेश के मौजूदा सियासी हालात और सपा-बसपा गठबंधन के बाद कांग्रेस की रणनीति पर चर्चा हो रही थी। सूत्रों के मुताबिक़, इसी बैठक के बीच ग़ुलाम नबी आज़ाद की कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से बातचीत हुई। और उसी बातचीत में यह तय हुआ कि आज़ाद ख़ुद लखनऊ जाकर प्रदेश की सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान करें। साथ ही यह भी तय हुआ कि सपा-बसपा गठबंधन के ख़िलाफ़ बहुत ज्यादा तीखे है तेवर नहीं दिखाई जाएं और छोटी पार्टियों को साथ आने का रास्ता भी खुला रखा जाए। इसीलिए ग़ुलाम नबी आजाद ने 80 सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान किया लेकिन साथ ही यह भी कहा कि जो पाटियाँ बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस के साथ आना चाहती हैं, उनका स्वागत है।