शनिवार को हुई कांग्रेस की अहम बैठक के बाद पार्टी में संगठन स्तर पर बड़े फेरबदल की क़वायद शुरू हो गई है। कई प्रदेशों के अध्यक्ष बदले जाने की चर्चा है। ‘माउंट एवरेस्ट’ की तरह मुंह बाए खड़ी चुनौतियों से पार पाने के लिए कांग्रेस ने अब जल्द ही चिंतन शिविर बुलाने का फैसला किया है। इसमें 2014 के बाद चुनाव दर चुनाव हारने पर पार्टी चिंतन करेगी और जीत का रास्ता तलाशेगी।
क्या चिंतन शिविर से निकलेगा कांग्रेस की जीत की रास्ता!
- राजनीति
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- 29 Mar, 2025

चुनौतियों से पार पाने के लिए कांग्रेस ने अब जल्द ही चिंतन शिविर बुलाने का फैसला किया है।
बैठक के बाद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने बताया था कि पार्टी की अंदरूनी कलह से निपटने के लिए पार्टी में बैठकों का सिलसिला बढ़ाया जाएगा और जल्द ही ‘शिमला’ और ‘पंचमढ़ी’ की तर्ज पर चिंतन शिविर भी होगा। कांग्रेस का ये शिविर कब और कहां होगा, ये अभी तय नहीं हैं।