दिल्ली विश्वविद्यालय से पढ़े राष्ट्रीय जनता दल के कोटे से शिक्षा मंत्री का पद संभाल रहे प्रोफेसर चंद्रशेखर के उस बयान को भारतीय जनता पार्टी अपने लिए संजीवनी की तरह इस्तेमाल करना चाह रही है जिसमें उन्होंने तीन ग्रंथों को नफरत फैलाने वाली पुस्तक बताया था।
भारतीय जनता पार्टी को एक तरफ मनमाफिक मुद्दा मिलता हुआ नजर आ रहा है तो दूसरी तरफ उसके लिए खुश होने की बात यह भी है कि इस मुद्दे पर आरजेडी और जेडीयू के नेता अलग-अलग सुर में बात कर रहे हैं।
'नफरत फैलाने वाले ग्रंथ' के बयान से क्या भाजपा को संजीवनी मिली?
- राजनीति
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- 16 Jan, 2023
बिहार में आरजेडी नेता और मंत्री चंद्रशेखर ने हाल ही में तुलसीदास रचित रामचरित मानस को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताया। आरजेडी नेता के इस बयान पर दक्षिणपंथी पार्टी बीजेपी बहुत भड़की हुई है। लेकिन आरजेडी नेता ने क्या यह बयान जानबूझकर दियाः
