राहुल गांधी ने कहा कि भारत में दो भारत बसते हैं। एक वो हैं जहां अमीर रहते हैं। दूसरा वो है जहां न पानी है, न बिजली है, न खाना है। राष्ट्रपति का अभिभाषण उन चीजों की एक लंबी सूची थी जो सरकार करने का दावा करती है। इसकी कोई रणनीतिक दृष्टि नहीं थी। इसने हमारे देश के सामने मौजूद केंद्रीय चुनौतियों को नहीं छुआ।


बिहार और इलाहाबाद में रोजगार मांग रहे युवकों के साथ जो हुआ वो सभी ने देखा। बेरोजगारी पर राष्ट्रपति ने कुछ नहीं बोला। देश का युवा इस सरकार से निराश है।