प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय 15 अगस्त के ऐतिहासिक अवसर पर दिए गए अपने डेढ़ घंटे के उस भाषण को लेकर सबसे ज़्यादा चर्चा में हैं जो आने वाले वक्त में देश के भविष्य को लेकर नया इतिहास रच सकता है ! नेत्रहीन व्यक्तियों और हाथी की प्रचलित कहानी की तरह ही भक्तों,अंध-भक्तों और आलोचकों के झुंड इस समय इस समय भाषण के अलग-अलग अंशों को छूते हुए प्रधानमंत्री के असली इरादों की तह में जाने की कोशिशों में जुटे हैं। इस तरह की  कोशिशें पहले नहीं देखी गईं।