पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे आ गए हैं। इन नतीजों के बाद अब राजनीतिक विश्लेषक इस सवाल पर चिंतन करने लगे हैं कि क्या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को हराना नामुमकिन है? कुछ इसे दूसरे तरीके से पूछते हैं कि क्या मोदी मैजिक बरकरार रहेगा? कुछ कहते हैं कि किसी को भी हराना नामुमकिन तो नहीं, लेकिन मोदी से जीतना बहुत मुश्किल हो गया है।
ये सवाल विधानसभा चुनावों के नतीजों पर नहीं है, इनको साल 2024 में होने वाले आम चुनावों से जोड़़ कर देखा जाने लगा है। कुछ लोग इसे आगे बढ़ाते हुए मोदी से लड़ाई के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री नहीं बन पाए समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव के चेहरों को भी देखने लगे हैं। ममता ने बंगाल के चुनावों बीजेपी को करारी शिकस्त दी। केजरीवाल की आम आदमी पार्टी अकेली क्षेत्रीय पार्टी है जिसने दो राज्यों में सरकार बना ली है जबकि अखिलेश के वोटों में 11 फीसदी का इज़ाफ़ा हुआ है। कांग्रेस का नामलेवा फिलहाल कोई नहीं दिख रहा। उसे उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में सिर्फ 21 लाख वोट मिले हैं।
विपक्ष में कोई है... जो पीएम मोदी की बराबरी या मुकाबला कर सके
- विचार
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- 29 Mar, 2025

विपक्ष में ऐसा कोई नेता नजर नहीं आ रहा है जो पीएम मोदी को चुनौती दे सके। हालांकि कई लोग गोलबंद हो रहे हैं या विपक्ष का एकजुटता अभियान चला रहे हैं, लेकिन बात बन नहीं पा रही है।