अमेरिका के मशहूर मानवाधिकारवादी अश्वेत नेता डॉ.मार्टिन लूथर किंग जूनियर जब 10 फरवरी 1959 को दिल्ली के पालम हवाई अड्डे पर उतरे तो उन्हें अजब अनुभूति हुई। होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू होने के पहले उन्होंने एक वक़्तव्य दिया। उन्होंने कहा- “मैं कब से भारत आने का इंतज़ार कर रहा था। मैं कई देशों में गया। ये सब मेरे लिए पर्यटन यात्राएँ थीं। लेकिन भारत की यात्रा मेरे लिए पर्यटन यात्रा नहीं बल्कि एक तीर्थयात्रा है। जो आपके लिए भारत है, उसे मैं गाँधी और नेहरू के नाम से जानता हूँ।”
अमेरिका क्यों बार बार भारत में धार्मिक आज़ादी पर टिप्पणी करता है?
- विचार
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- 17 May, 2023
अमेरिका के गृह विभाग ने सोमवार को धार्मिक आजादी की स्थिति पर भारत समेत कई देशों को लेकर रिपोर्ट जारी की थी। भारत सरकार ने उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया। पत्रकार पंकज श्रीवास्तव बता रहे हैं कि आखिर अमेरिका लगातार भारत के खिलाफ ऐसी रिपोर्ट क्यों जारी कर रहा है।
