बुलडोज़र बाबा की उपाधि पा चुके उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की स्मार्ट और क़ाबिल पुलिस ने आख़िर एक छुटभैये गुंडे को चार दिन बाद पकड़ ही लिया। श्रीकांत त्यागी नाम का यह शख़्स नोएडा की ग्रैंड ओमेक्स सोसायटी में एक महिला से गुंडागर्दी के चलते सुर्खियों में है। नोएडा पुलिस ने वारदात के 48 घंटों के भीतर इसे पकड़ने का दावा किया था लेकिन श्रीकांत त्यागी न सिर्फ चार दिन तक फ़रार रहा बल्कि लगातार अपनी लोकेशन बदलते हुए छुपता फिरा। श्रीकांत त्यागी पर 25 हज़ार का ईनाम भी घोषित किया गया। श्रीकांत त्यागी का फ़ेसबुक पेज, उसका बीजेपी से संबंध, बीजेपी के अध्यक्ष समेत कई नेताओं से नज़दीकी की तस्वीरें बहुत कुछ इशारा कर रही हैं।

क्या यूपी की राजधानी लखनऊ से लेकर नोएडा, ग़ाज़ियाबाद, इंदिरापुरम, मेरठ में हज़ारों आवासीय समितियों पर सत्ता से नज़दीकी रखने वाले छुटभैये क़िस्म के लोग काबिज़ नहीं हैं?
नोएडा के सांसद महेश शर्मा ने समाचार चैनलों के कैमरों पर प्रदेश के गृह सचिव अवनीश अवस्थी से बात करते हुए इस मामले में पुलिस की ढिलाई पर अपनी नाराज़गी जताई थी और यह भी कहा था कि उन्हें शर्म आती है यह कहते हुए कि प्रदेश में हमारी यानी बीजेपी की सरकार है।