सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ और कांग्रेस कार्यकर्ताओं का विरोध। ख़बर बिल्कुल नयी नहीं है। न ही बीजेपी की ओर से कांग्रेस के ‘सत्याग्रह’ को ‘दुराग्रह’ बताया जाना नया है। यह सवाल भी नया नहीं है कि महंगाई जैसे मुद्दों पर कांग्रेस कार्यकर्ता उस तरीक़े से बाहर क्यों नहीं निकलते जिस तरीक़े से अपने नेता के लिए बाहर निकले हैं? इन सबके बीच सोशल मीडिया के ज़रिए इस सवाल को मज़बूती से उछाला जा रहा है कि अगर ग़लत नहीं हैं सोनिया या राहुल गांधी तो जांच से दिक्कत क्यों?