रामधारी सिंह दिनकर की किताब ‘संस्कृति के चार अध्याय’ हर भारतीय को पढ़नी चाहिये। ख़ासतौर पर हिंदी भाषी को। यह किताब भारत की सांस्कृतिक यात्रा है। जो वैदिक काल से आज़ादी के बाद के सांस्कृतिक भारत की खोज करती है। वैसे तो दिनकर मूलतः कवि थे पर इतिहास उनका प्रिय विषय था। उनकी एक ज़िद थी कि वह इतिहास पर किताब लिखेंगे। और जब उन्होंने किताब लिखी तो उसकी प्रस्तावना उनके परम मित्र पंडित जवाहर लाल नेहरू ने लिखी। वो नेहरू जिन्होंने ‘भारत एक खोज’ के नाम से एक ऐतिहासिक किताब ख़ुद लिखी थी, अपने जेल प्रवास में। पहले पैरा में ही नेहरू लिखते हैं,