प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ’काशी-विश्वनाथ धाम’ में पूजा की वीडियो क्लिप सोमवार को सरकारी प्रसारक प्रसार भारती न्यूज सर्विस पर देखने के बाद क्या यह सहज सवाल किया जा सकता है कि धर्म-आस्था-पूजा यदि निजी मामला है तो उसका सार्वजनिक प्रदर्शन क्यों? इस वीडियो क्लिप में मस्तक पर तिलक लगाये प्रधानमंत्री को मंत्र पढ़ते और शिवलिंग पर जल अर्पण करते हुए देखा जा सकता है।
धर्म निजी मामला तो प्रधानमंत्री मोदी की पूजा का सार्वजनिक प्रदर्शन क्यों?
- विचार
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- 13 Dec, 2021

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वाराणसी में 'श्री काशी विश्वनाथ धाम' का लोकार्पण किया। इस कार्यक्रम के प्रसारण के लिए बड़े स्तर पर प्रयास क्यों किए गए?
निस्संदेह यह उनका अधिकार है और सामान्य तौर पर इसकी कोई तसवीर-ख़बर सार्वजनिक हो जाए तो किसी को क्या आपत्ति हो सकती है? परंतु इन नितांत निजी पलों को सार्वजिनक करने के लिए प्रचार के माध्यमों का इस्तेमाल पता नहीं किसके आदेश-अनुदेश पर हुआ है।