प्रधानमंत्री द्वारा घोषित राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान भारतीय मीडिया ने टीवी स्क्रीन्स और इंटरनेट स्ट्रीम्स पर लाखों प्रवासी मजदूरों को, जो भारत के कई शहरों और कस्बों में काम किया करते थे, उन्हें सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलते हुए अपने गाँवों और घरों की ओर लौटते हुए दिखाया। इनमें से कई लोगों ने तो रास्ते में ही दम तोड़ दिया! अब औरंगाबाद में ऐसे ही पैदल घर जा रहे 16 मजदूरों के ट्रेन से कट कर मरने की बेहद दुखद ख़बर आयी है।
मोदी जी, तुरंत राष्ट्रीय सरकार बनाएं! जैसे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री चर्चिल ने बनाई थी
- विचार
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- 9 May, 2020

मुझे आशंका है कि अगर जल्द ही सरकार ने परिस्थिति सुधारने के लिए ठोस कदम ना उठाये तो भारत के कई हिस्सों में खाने-पीने का सामान जुटाने के लिए दंगे हो जायेंगे और क़ानून व्यवस्था व्यापक तौर पर भंग हो जायेगी। पीएम मोदी को अब एक राष्ट्रीय सरकार बनाने पर विचार करना चाहिए जिसमें वर्तमान विपक्षी दलों के नेताओं सहित कई वैज्ञानिक, तकनीकी और प्रशासनिक विशेषज्ञ सभी शामिल हों।
इसमें कोई संदेह नहीं है कि इस राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण इन लोगों और उनके परिवारों को बहुत कठिनाई और पीड़ा हुई है, लेकिन अधिक महत्वपूर्ण प्रश्न जो कोई नहीं पूछता, वे यह हैं कि -