जब चुनावी राजनीति के सबसे मजबूत अखाड़ेबाज नरेंद्र मोदी ने अपने गुजरात दौरे के बीच भडोच में राज्य के आदिवासियों की तारीफ की तब बहुत काम लोगों को समझ आया कि वे इस तारीफ के साथ निशाना कहीं और साध रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं आदिवासियों के आगे सिर नवाता हूं कि उन्होंने नक्सलियों को अपने बीच जगह नहीं दी। और इस तारीफ़ के साथ ही उन्होंने बात ‘अर्बन नक्सल’ की तरफ मोड़ दी और आप को निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि अर्बन नक्सल और फ़ॉरेन एजेंट गुजरात पहुँच गए हैं और वे राज्य के विकास में बाधा डालने का प्रयास कर रहे हैं। फिर उन्होंने ऐसे तत्वों द्वारा नर्मदा परियोजना में बाधा डालने की कोशिश का प्रसंग उठाकर बात और साफ की।
तो क्या गुजरात चुनाव में मोदी परेशान लगते हैं?
- विचार
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- 11 Oct, 2022

क्या गुजरात चुनाव में इस बार बीजेपी की हालत ख़राब है? क्या कांग्रेस और आम आदम पार्टी बीजेपी के लिए कड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं? जानिए, प्रधानमंत्री मोदी के आज के बयान के मायने क्या हैं।
हम जानते हैं कि नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर ने आप के टिकट पर मुंबई से चुनाव लड़ा था। मोदी ने यह भी कहा कि इन्हीं तत्वों के विरोध के चलते सरदार सरोवर बांध बनाने में दशकों का समय लगा और खर्च काफी बढ़ गया। जिस तरह से आप पार्टी इस बार गुजरात को लेकर तैयारी कर रही है उसमें भाजपा नेता द्वारा उस पर हमला करना स्वाभाविक लगता है। अरविन्द केजरीवाल ही नहीं, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी गुजरात के दौरे करने लगे हैं और आप की तरफ से जो दावे किए जा रहे हैं उसके अनुसार तो भाजपा डर गई है।