भाजपा के नए पितृपुरुष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह द्वारा सांसदों व केंद्रीय मंत्रियों को मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ाने के मायने क्या हो सकते हैं? इस पर मीडिया का आकलन सुनकर हंसी आती है। मीडिया चाहे गोदी मीडिया हो या सोशल मीडिया इसे संपूर्णता में समझ पाने में शायद असमर्थ है। मुमकिन है कि ये अतिश्योक्ति लगे आपको लेकिन वास्तव में मोदी जी इस प्रयोग के ज़रिए बहुत कुछ साधना चाहते हैं और इसके राजनीतिक संदर्भ अलग-अलग हैं-
सांसदों, केंद्रीय मंत्रियों को विधानसभा चुनाव लड़ाने के मायने क्या?
- विचार
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- 9 Oct, 2023
आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों के लिए बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी की रणनीति क्या है? जानिए, आख़िर क्या उसके मायने निकाले जा सकते हैं।

- भाजपा सरकार के अनेक केन्द्रीय मंत्री तथा सांसद अपने पुत्र या भाई को चुनाव में टिकट दिलाना चाहते थे, उन सभी को विधानसभा चुनाव लड़ाकर उनके बेटे और भाई को चुनावी मैदान से बाहर कर दिया गया। अपने पुत्र/पुत्री व नातेदारों को टिकट दिलाने के सभी अभिलाषा रखने वालों को सीधे तौर पर संकेत देकर मना कर दिया गया है। यह पार्टी के भीतर पनप चुके परिवारवाद से मुक्ति पाने का मोदीजी का अपना तरीक़ा है।